Answer:
चार्ल्स डार्विन का मत था कि प्रकृति क्रमिक परिवर्तन द्वारा अपना विकास करती है. उनका मानना था कि हम सभी के पूर्वज एक हैं. हर प्रजाति चाहे वह पेड़ की हो या फिर जानवर या मानव की, सभी एक-दूसरे से संबंधित हैं. साल 1858 में डार्विन ने 'थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन' को दुनिया के सामने रखा था l
OR
चार्ल्स डार्विन ब्रिटेन के प्रकृतिवादी (Naturalist) वैज्ञानिक हैं। इन्होंने अपना प्राकृतिक वरण का सिद्धान्त (Natural Selection Theory) 1859 में अपनी पुस्तक 'प्राकृतिक वरण द्वारा नयी जातियों का उद्भव (Origin of New Species by Natural Selection) में प्रतिपादित किया।
Author:
mirandaznxl
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8Answer:
चार्ल्स डार्विन का मत था कि प्रकृति क्रमिक परिवर्तन द्वारा अपना विकास करती है. उनका मानना था कि हम सभी के पूर्वज एक हैं. हर प्रजाति चाहे वह पेड़ की हो या फिर जानवर या मानव की, सभी एक-दूसरे से संबंधित हैं. साल 1858 में डार्विन ने 'थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन' को दुनिया के सामने रखा था l
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चार्ल्स डार्विन ब्रिटेन के प्रकृतिवादी (Naturalist) वैज्ञानिक हैं। इन्होंने अपना प्राकृतिक वरण का सिद्धान्त (Natural Selection Theory) 1859 में अपनी पुस्तक 'प्राकृतिक वरण द्वारा नयी जातियों का उद्भव (Origin of New Species by Natural Selection) में प्रतिपादित किया।
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Author:
clementinekuvi
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