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जब दो कणों के मध्य टक्कर होती है और ये दोनों पिण्ड टक्कर से पूर्व और टक्कर के बाद एक ही तल पर उपस्थित हो और टक्कर से पूर्व व टक्कर के बाद कणों की गतिज ऊर्जा व रेखीय संवेग का मान संरक्षित रहे तो ऐसी टक्करों को पूर्ण प्रत्यास्थ तिर्यक संघट्ट कहते है , चूँकि यह तल में होती है अर्थात दो विमाओं में होती है इसलिए इसे ..
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camryn8xg1
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