Explanation:
वन कई जीवों के रहने की जगह है। वे हमारे लिए प्रकृति का एक अनूठा आशीर्वाद हैं। वे हमें कई आवश्यक सेवाएं प्रदान करते हैं जिनमें वायु, लकड़ी, आश्रय, छाया और तमाम वस्तुएं शामिल हैं। वे जल चक्र के तंत्र को विनियमित करके, जलवायु परिवर्तन में एक सक्रिय भूमिका निभाते हैं। चूंकि वन कई जीवित जीवों को एक घर या आश्रय प्रदान करते हैं, इसलिए जब वन को काट दिया जाता है या उस स्थान को साफ़ कर के कृषि भूमि के लिए मंजूरी दे दी जाती है, तो ये जीव अपने निवास स्थान के नुकसान से काफी पीड़ित होते हैं, जिसकी वजह से आगे चलकर इस प्रक्रिया में जैव विविधता की हानि होती है।
वनों में विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं का समावेश होता है जिसमें पक्षी, कीट और स्तनधारी सभी शामिल हैं। वे महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे परागण और फैलाव तंत्र के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस प्रकार से वन इन सभी वनवासियों के समूह का घर है।
हमें जंगल के संरक्षण की आवश्यकता क्यों है?
यहाँ ऐसे कई पहलू हैं जो बताते हैं कि हमें अपने वनों को बचाने की आवश्यकता हैं।
वे जीवों के एक विविध समूह और हमारे लिए भोजन, वायु, लकड़ी, आश्रय जैसे सभी आवश्यक आवश्यकताएं प्रदान कराते हैं।
वे पृथ्वी की सतह को बांधकर मिट्टी के कटाव को रोकने में मदद करते हैं।
वे हमारे चारों ओर की वायु के शुद्धिकारक हैं।
वे कुछ जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ बारिश और तापमान को नियमित रखने के लिए जिम्मेदार हैं।
वे भूमिगत जल के स्तर को बढ़ने में भी मदद करते हैं।
वनों में कुछ जड़ी-बूटियाँ (औषधीय महत्व वाली) होती हैं जिनका इस्तेमाल दवाओं को बनाने में किया जाता है।
वनों की कटाई के प्रभाव
विकास की दौड़ में मनुष्य निरंतर आगे बढ़ता जा रहा है। इस तरह से शहरीकरण को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। उद्योग तथा रहने के लिए बिल्डिंग आदि के निर्माण के उद्देश्य से वन भूमि की कटाई की जा रही है। मानव का यह कार्य जो पूरी तरह से विकास के उद्देश्य के लिए केंद्रित है, वन भूमि के विनाश और गिरावट की तरफ बढ़ रहा है। भविष्य या प्रकृति की चिंता किए बिना मनुष्य पूरी तरह से एक लालची इंसान में बदल गया है। इस प्रकार पेड़ों की संख्या में दैनिक आधार पर कटौती की जा रही है।