When the negatively charged balloon approaches a wall, the negative charges in the wall are repelled (or pushed away). This leaves a positive charge on the wallboard at the spot where the balloon touches
स्वयंवर के अवसर पर उसने सम्पूर्ण भारत के सभी राजाओं को निमन्त्रण दिया परन्तु पृथ्वीराज को निमन्त्रण नहीं दिया। पृथ्वीराज की इस प्रकार अपमान करने पर भी जयचन्द सन्तुष्ट नहीं हुआ। अतः उसने लोहे से पृथ्वीराज की मूर्ति बनवा कर द्वारपाल के स्थान पर प्रस्थापित कर दी।