मैं हूँ और साथ तेरी बिखरी हुई यादें हैं, क्या इसी चीज़ को कहते हैं गुज़ारा होना। वो मेरे बाद भी खुश होगा किसी और के साथ, मीठे चश्मों को कहाँ आता है खरा होना।
यदि सुनील ने रु. की दर से 5 कलम b रु. की दर से 7 पेंसिलें एवं पुनः @ रु. की दर से 10 कलमें एवं b रु. की दर से 3 पेंसिलें खरीदीं तो उसने कुल कलम एवं पेंसिल खरीदने में कितने रुपये खर्च किये?