जंगलों के काटे जाने से जंगली जानवरों की सुरक्षा को खतरा इसलिए बढ़ गया है, क्योंकि जंगल ही जंगली जानवरों का घर है। जंगल में जंगली जानवर निवास करते हैं, वह उनका मूल आवास है। जंगल निरंतर काटे जा रहे हैं, जिससे उनके रहने की जगह कम होती जा रही है। इससे उनकी सुरक्षा को खतरा बढ़ गया है।
जंगल काटे जाने से जानवरों रहने की जगह छिन जाने के कारण उन्हें इधर-उधर भागना पड़ता है, दूसरी जगह की तलाश करनी पड़ती है। इसी प्रक्रिया में कभी वे शहरों तो कभी गाँव में चले आते हैं। इससे ना केवल मानव जान को खतरा उत्पन्न होता है बल्कि जंगली जानवरों की जन को भी खतरा उत्पन्न होता है, क्योंकि दोनों अपनी सुरक्षा के लिये एक दूसरे पर हमला करेंगे।
जानवरों के मूल आवास यानि जंगल से कोई छेड़छाड़ न की जाये तो उन्हें इधर-शहर गाँव शहर की ओर ही नहीं जान पड़े। इसलिए जंगली जानवरों के अस्तित्व और वन संपदा को बचाने के लिए आवश्यक है कि जंगलों को काटने से रोका जाए।