Answer:
चंपुआ के निकट स्थित यह मंदिर केंदुझर से 70 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके निकट ही एक बारहमासी झरना है।
Author:
arturoulab
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4Answer:
भारत के ओड़िशा राज्य में
Explanation:
केन्दुझर (Kendujhar) या केओनझर (Keonjhar) भारत के ओड़िशा राज्य के केन्दुझर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[ यह सम्भवत: पूरातन खिज्जिंग राज्य का एक अंश है जिसका राजधानी खिज्जिंग कोटा में था। सांप्रतिक समय में खिज्जिंग कोटा खिचिं के नाम से जाना जाता है | १२ वीं शताब्दी के प्रथमार्द्ध में, राजा ज्योति भंज के नेतृत्व में यह एक स्वतंत्र राज्य बना था।ओडिशा में सम्मिलित होने के उपरान्त, प्रशासनिक व्यवस्थाओं के सुविधा के कारण टिल्लो एवं जुझपडा को क्रमान्वय रूप से बालेश्वर एवं कटक जिला के अधीन किया गया और आम्बो के नाम से बालेश्वर जिला का एक ग्राम-समुदाय केन्दुझर में सम्मिलित हुआ |प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध यह हरा-भरा जिला 8337 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहां के विष्णु और जगन्नाथ मंदिर यहां आने वाले पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र में होते हैं। नगर के बाहरी हिस्सों में सिद्ध जगन्नाथ, सिद्ध काली और पंचवटी जैसे दर्शनीय स्थल हैं। विश्व की सबसे प्राचीनतम चट्टान भी यहां देखी जा सकती है। इस चट्टान को 38000 मिलियन साल पुराना माना जाता है। इन चट्टानों में गुप्त काल के अभिलेखों की पर्यटकों के अलावा इतिहास में रूचि रखने वालों को भी आकर्षित करते हैं। घटगाँ, मुर्गामहादेव, गोनासिका और सीताबिंज आदि यहां के लोकप्रिय पर्यटक स्थल हैं।
Author:
alananvlo
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