Answer:
मानव सेवा ही सच्ची सेवा है। मनुष्य पैसों से अमीर नहीं बनता, अपनी मानवता दूसरों के प्रति दया, सेवा से अमीर बनता है। मानव का जन्म अच्छे कर्म और मानवता की सेवा के लिए हुआ है। मानव को सब के साथ प्यार प्रेम के साथ रहना चाहिए। हमें पशु-पक्षी बेजुवानों की भी सेवा करनी चाहिए।
मुसीबत के समय में सबकी मदद करनी चाहिए।
जो लोग अहसाय होते है, बुज़ुर्ग होते, अपंग होते है हमें उनकी हमेशा मदद और सेवा करनी चाहिए। हमेशा उन्हें अपनेपन अहसास दिलाना चाहिए।
मानव अपने साथ अपने कर्म लेकर जाता है। पैसों को बिना मतलब के खर्च करने से अच्छा उन्हें, जिनको जरूरत है उनकी सेवा में इस्तेमाल करने चाहिए।