Explanation:
अगर मैं डॉक्टर बन जाता हूं, तो मेरा लक्ष्य होता केवल सेवा करना। मैं डॉक्टर बनकर अपने क्लिनिक को गांव और किसी भी ऐसे क्षेत्र में खोलता जहां बहुत सारी दवा उपलब्ध नहीं होती है। उस क्लिनिक में मैंने सभी प्रकार के चिकित्सा उपकरणों का प्रबंधन करने की कोशिश करता।
क्योंकि मुझे इस बात का भली-भांति ज्ञात है की, गांव में रहने लोगों को अपने इलाज के लिए गांव से बाहर निकलना पड़ता है। इसलिए मेरे क्लिनिक में सभी प्रकार के इलाज से जुड़ी आवश्यकताएं पूरी होंगी।
व्यापार में डॉक्टर केवल पैसे कमाते हैं। लेकिन मुझे डॉक्टर पैसे कमाने के लिए नहीं बल्कि उन लोगों के लिए बनना है, जो लोग पैसों के कमी के कारण अपना इलाज नहीं कर सकते।
इसके अलावा, मैं गाँव के अमीरों से सारा पैसा लेता, लेकिन मैं वहाँ के गरीब लोगों के इलाज के लिए सरकार से मदद माँगता। मैं उनसे इलाज के लिए कभी भी पैसे की उम्मीद नहीं करता।
अगर मैं डॉक्टर बन जाता हूं तो, मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना काम करूंगा। चिकित्सा कार्य मेरे लिए एक व्यवसाय नहीं है, बल्कि मेरा मेरे लक्ष्य है गरीब लोगों की सेवा करना। अगर मै डॉक्टर होता तो मेरे जीवन का मुख्य उद्देश्य सिर्फ मानव सेवाओं और समुदाय को बेहतर बनाना होता, ना की सिर्फ पैसे कमाना।
मेरा मानना है कि, यदि मैं एक डॉक्टर बन जाऊंगा, तब मैं मेरे जीवन का यह मुख्य उद्देश्य किसी भी हाल में पूरा करके दिखाऊँगा। क्योंकि भगवान को उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो बहुत मेहनत करते हैं और ईमानदारी से अपना काम करते हैं।
एक डॉक्टर की ज़िम्मेदारी
देश के ऐसे कई सारे गरीब लोग हैं, जिनके पास महंगी दवाएं खरीदने के लिए पैसा नहीं है और डॉक्टर के शुल्क का भुगतान करने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है। छोटे श्रमिकों, रिक्शा चालक, कारखाने के श्रमिक, भिखारी जैसे लोग इसमे शामिल हैं।